ABOUT हरियाणा सरकार

About हरियाणा सरकार

About हरियाणा सरकार

Blog Article

यह योजना हरियाणा सरकार द्वारा गरीब बच्चों के लिए शुरू की गई है ताकि वह अपनी शिक्षा को उच्च स्तर पर लेकर जा सके और अपना भविष्य उज्ज्वल बना सके।

हरियाणा की चिराग योजना के लिए कुछ नियम हैं। ये नियम विद्यार्थियों को योजना का लाभ प्राप्त करने में मदद करते हैं।
Here

एक्काइसौँ शताब्दीको ज्ञान, सिकाइ र अनुसन्धान स्थानीयदेखि राष्ट्रिय र वैश्विक बनाउनैपर्छ । स्थानिक, राष्ट्रिय र वैश्विक एक–अर्कामा जोख्नका लागि विश्वविद्यालयका पदाधिकारीले फराकिलो सोचको विकास गर्नुपर्छ । स्थानीय ज्ञानलाई वैश्विक ज्ञानसित जोडेर र वैश्विक ज्ञानलाई स्थानीय ज्ञानसित कसी लगाएर मात्र नेपालका सहरदेखि दुर्गम तहमा उज्यालो र समृद्धि भित्रिन्छ । यसका लागि त्रिविसहित नेपालका सबैजसो विश्वविद्यालय माथिबाट तल हेर्ने र निर्णय लिने पुरानो प्रणालीमा फरकपन आउनुपर्छ । विषय समितिमा केन्द्र, उपत्यका, सहरको साटो क्याम्पसमा विद्यार्थीको चाप भएका स्थानका प्राध्यापकलाई समावेश गराउने वातावरण बन्नुपर्छ । विश्वविद्यालयले क्याम्पसबारे नीति तर्जुमा गर्दा क्याम्पसलाई केन्द्रमा राखेर उच्च शिक्षाको स्तर सुधार गर्न आवश्यक उपाय खोज्नुपर्छ । 

चिराग योजना के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?

विद्यार्थी दाखिले के लिए केवल उसी खंड में पात्र होंगे। जिसमें वर्तमान में वे पढ़ रहे हैं। खंड में एक से अधिक विद्यालयों में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। निजी विद्यालयों की कक्षा अनुसार घोषित सीटों का विवरण विभागीय वेबसाइट पर दर्शाया जाएगा।

४० दिनदेखि प्रमुख प्रशासकीय अधिकृतविहीन भएपछि भँगहाका नगरप्रमुखले प्रजिअमार्फत साँचो बुझाए

ऐसे छात्र जिन्होंने अपनी शिक्षा सरकारी स्कूल से ग्रहण की है, सिर्फ उन्हीं छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा

लाभार्थियों का उचित चयन और सुविधाएं नहीं मिल पाती

पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ प्रबंधन और निगरानी

हरियाणा चिराग योजना का उद्देश्य क्या है?

विस्तार से जानकारी हेतु देखें उपयोग की शर्तें

अगर उपरोक्त दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं हैं, तो आवेदक स्व-घोषणा पत्र के साथ कोई अन्य दस्तावेज़ जमा कर सकता है, जिसकी पुष्टि जिला सामाजिक कल्याण अधिकारी द्वारा की जाएगी।

यह योजना राज्य की शिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार लाएगी।

स्थानांतरण सर्टिफिकेट या स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट

Report this page